Medical astrology
पापो विलग्नाधिपतिर्विलग्ने चन्द्रेण युक्तो यदि बालकः स्यात् । तदातिरोगं स हि केन्द्रसंस्थस्त्रिकोणलाभेषु गदं निहन्ति ॥ ॥ २४ ॥
There will not be bodily health if the malefic ascendant lord is conjunct Moon and is placed in the ascendant. If the same combination of the malefic ascendant lord and the moon is in trine, Kendra, or 11th bhava the native will be without diseases and healthy.
यदि लग्नेश पापग्रह चन्द्रमा से युक्त होकर लग्न में हो तो बालक अत्यंत रोगी होता है। यदि वह केन्द्र - त्रिकोण और लाभभाव में हो तो रोग का नाश करता है ।। २४ ।।